उन्होंने हरा रंग चुरा लिया उन्होंने सफेद उन्होंने केशरिया ० उन्होंने नोच लिया भगवा ० इस उस ने भी बाँट लिया इंद्रधनुष को और बना ली धर्म ध्वजाएँ / पताकाएँ / झंडे / निशान साहेब ० तब से धर्म पीछे छूट गया झगड़ा रंगों में ही हो गया
हिंदी समय में जसबीर चावला की रचनाएँ